Thursday 2 April 2015

थोड़ी देर की मुलाक़ात


तुम थोड़ी देर के लिए मिले,
और,
अपनी यादें दे गए !
तुम्हें बस ज़रा सा देखा,
और तुम,
अच्छे...
बहुत अच्छे लगे,
अगर तुमसे और बातें होतीं,
या फिर,
बार-बार मिलती,
तो एक-एक करके,
कमियां सामने आतीं,
बहुत अच्छा हुआ कि तुम,
थोड़ी ही देर के लिए मिले,
और,
मेरा ये भ्रम बना ही रहा,
कि तुम अच्छे हो।



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