उसठ दुनिया
झमा क’ खसल विचार
फाटि क’
ओदरि गेल विवेक
लोकमे सँ जेना
लोके हेरा गेल
बरु दूधमे सँ
नेन बिला गेल
कुसियार सँ
बहरा गेल
मिट्ठ रस
मिरचाई सँ
चोरा लेलक क्यो
सुरसुरी
मर! ई दुनिया
एतेक उसठ आ
अनोन किएक
भ’ गेलै।
No comments:
Post a Comment