Thursday 12 August 2021

नानी कहती हैं

 नानी कहती हैं


नानी कहती हैं

बेटियों के लिए

ज़माना

कभी नहीं

बदलता

उनकी नानी

कहती थीं

बेटियों को

हमेशा रखा जाता है

डर के साये में

अम्माँ कहती हैं

बेटियों को

कभी नहीं मिलती

जी भर

जीने की फुरसत

मैं पूछती है

उन सबसे

आखिर 

आपलोग

कब तक

चलती रहना

चाहती हैं

उसी लीक पर

कब तक

बनी रहना

चाहती हैं

लकीर का

फ़कीर

जरा गौर

से देखिए

मेरी आँखों में

समुद्र की गहराई

और

आकाश की

ऊँचाई

एक साथ

समा सकती हैं

सिर्फ और सिर्फ

बेटियों की

आँखों में

खोलिए न

अब तो

अपनी पलकें

खोलिए न।


सर्वाधिकार@ बिभा कुमारी

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