आदत से लाचार
मुस्कुराने के
मौसम में रो
पड़ती हैं आँखें
आखिर अपनी
आदत से
लाचार जो हैं
बड़े-बड़े गमों
को सीने
में दबाए
मुस्कुराते हैं होंठ
दरअसल ये भी
अपनी आदत से
लाचार ही हैं।
No comments:
Post a Comment