1.आँसुओं का संक्रमण
उपेक्षित की पीड़ा
कराहती आवाज
सुलगते शब्द
और
उसके आँसू
रुला देते हैं
उन सबको
जिनके सीने में
पत्थर की
जगह हृदय
जैसा कुछ
धड़कता है।
जब कोई
रुलाता है
किसी एक को
तो वास्तव में
रुलाता है वह
उस हरेक को
जो इंसान
के शरीर में
सचमुच
इंसान ही है।
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