मिट्टी पलीद
सदियों गुजर
जाने के बाद
याद किए जाएँगे
केवल वही
जिनकी रीढ़ की हड्डी
आज दरक
नहीं पाई है
हाँ में हाँ
मिलाने वाली जिह्वा
तो बस …..
तर माल उड़ाती है
और समय की
धूल के नीचे
हो जाती है।
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