Friday 25 November 2022

स्वच्छता अभियान

 स्वच्छता अभियान


गालियां खाकर

भला पेट

भरता है क्या

बस मन

हो जाता

न जाने

कैसा-कैसा

कुछ लोग

गालियां खाने से

बेइंतहा डरते थे

सावधान

रहते थे

छोटी सी

गलती से भी

बचते थे

पर कुछ तो

गाली ही खाते

उसका ही

निवेश करते

और भरपूर

निकासी पाते

किसके जीवन

में कितनी

गाली थी

इस ओर

किसी का

ध्यान नहीं था

पर कुछ लोग

थे जो 

बचते-बचाते रहे

गालियों से

जीवन में

स्वच्छता सिर्फ

कहने भर से तो

नहीं आ सकती न।


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