1. हस्ताक्षर
जिस कजरौटी में
अँगूठा बोरकर
लगाती थी छाप
कागज़ात पर
बिना जाने
बिना बूझे
उसी कजरौटी में
तीली डुबोकर
लिखने लगी है
अब रिनिया
अँगूठा छाप न रही
हस्ताक्षर
करने लगी है।
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