हिंदी हमारी पहचान है
जैसे बोलते हैं
वैसे लिखते हैं
ये तो हिंदी है
इसे सब समझते हैं
राजभाषा
संपर्क भाषा इत्यादि
विभिन्न भूमिकाएँ
व दायित्व निभाती हैं
वैज्ञानिक व
प्रामाणिक है
निकट से
निकटतम वर्णों के भेद
पहचानती है
उत्तर से दक्षिण
पूरब से पश्चिम
तक प्रेम से
बोली सुनी जाती है
स्वभाव से है सरल
क्षेत्र के अनुकूल
ढल जाती है
ग्लोबल हो गई है
कई बार चौंकाती है
अचानक
एयरपोर्ट पर
मिले अंग्रेज से
नमस्ते कहलवाती है
तत्सम-तद्भव
देशज विदेशज
का खजाना रखती है
बाल गीत कविता कहानी
ग़ज़ल से
कोर्ट कचहरी
तक चलती है
त्रिभाषा फार्मूला की जान है
हिंदी हमारी शान है
मान है स्वाभिमान है
हिंदी हमारी पहचान है
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