आत्मनिर्भर स्त्री
स्त्रियां आत्मनिर्भर
होने को
उठती रही हैं
बारंबार
और हरबार
एक भ्रम का
जाल देखा है उसने
अपने चारों ओर
हाँ ....
कितने संघर्षों
से गुजरकर
पढ़ पाई हैं
हजारों किताबें
लिखी भी हैं
सैकड़ों
ले चुकी हैं
बड़ी से बड़ी डिग्री
आसीन हुई हैं
बड़े-बड़े
पदों पर
लेकिन जब-जब
पूर्ण आत्मनिर्भर
होकर
उठाया है प्रश्न
इतिहास गवाह है
उसे मिली है
सिर काट लेने की धमकी,
चुनवा दिया गया है
दीवारों में
यहाँ तक कि
काट ली गई है
जिह्वा भी।
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