खूबसूरत अंदाज़ में झूठ
कभी तारीफ़
नहीं करते थे
मैं इसरार करती
मेरी तारीफ़
करिए न!
जबाब होता
मुझे झूठ बोलना
नहीं आता
कल अचानक
बोल पड़े
मधुबाला से भी
ज्यादा सुंदर
लगती हो
झूठ बोलना
सीख गए क्या?
वह भी
बहुत खूबसूरत
अंदाज़ में।
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