गणतंत्र दिवस
बोला जाएगा
जोर जोर से
संवेदनशीलता
दुहराया जाएगा
जोर- शोर से
स्वतंत्रता
रटाया जाएगा
खूब जोर से
समानता
ऊँचे स्वरमे
उच्चरित होगा न्याय-न्याय
पर सबकुछ
होगा
कहने को
कहने भर को
मनता रहेगा
साल दर साल
बहत्तर क्या
और तिहत्तर क्या?
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