Sunday 4 December 2022

मीरा की प्रासंगिकता

 मीरा की प्रासंगिकता


मीरा रहेंगी

प्रासंगिक

तब तक

जब तक

धरा पर

विशुद्ध प्रेम है

समर्पण उनका

दिखता है 

आज भी

यहाँ-वहाँ

चारों ओर

जीवित हैं मीरा

उनका नाम 

चाहे जो

कुछ भी हो

कृष्ण ने ही

कहा था न

नाम तो

पुकारने का

साधन मात्र है।


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